पटना न्यूज डेस्क: पटना में मंगलवार को विशेष सर्वेक्षण संविदाकर्मियों ने बड़ी संख्या में सीएम आवास का घेराव किया। अचानक भीड़ बढ़ने पर प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी और मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया, जिसके बाद वहां अफरातफरी का माहौल बन गया।
सीएम आवास से खदेड़े जाने के बाद संविदाकर्मी पटना जू की ओर बढ़े और वहां गेट पर धरने पर बैठ गए। पुलिस ने यहां भी हल्का बल प्रयोग कर उन्हें हटाया। इसके बाद प्रदर्शनकारी निदेशालय की ओर बढ़ गए और जमकर नारेबाजी की। उनका आरोप है कि राज्य सरकार ने अचानक 7,480 संविदाकर्मियों की सेवाएं समाप्त कर दीं, जिससे हजारों परिवार बेरोजगार हो गए हैं।
संविदाकर्मी लगातार बहाली की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक उनकी नौकरी बहाल नहीं की जाती, वे आंदोलन जारी रखेंगे। दरअसल, पिछले एक महीने से संविदाकर्मी गर्दनीबाग धरना स्थल पर प्रदर्शन कर रहे हैं और कई बार विधानसभा व बीजेपी दफ्तर का घेराव भी कर चुके हैं। कुछ दिन पहले हुए प्रदर्शन में पुलिस और संविदाकर्मियों के बीच भिड़ंत के बाद लाठीचार्ज भी हुआ था।
संविदाकर्मियों की मुख्य मांग है कि 7,480 कर्मियों की सेवा तुरंत बहाल की जाए, सभी का नियमितीकरण हो और नौकरी से हटाने का फैसला वापस लिया जाए। वहीं सरकार की ओर से भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी ने सफाई दी है कि संविदाकर्मियों को दोबारा जुड़ने का अवसर दिया गया है और आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू की गई है। लेकिन संविदाकर्मी इस प्रक्रिया को भ्रामक बताते हुए सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं।